राधा का नाम कृष्ण से पहले क्यों आता है? जानते हैं..
अक्सर आपने सुना होगा कि हम कृष्ण राधा नहीं बल्कि राधा कृष्ण कहते हैं। यह हम अपनी श्रद्धा के अलावातो कहते ही हैं बल्कि इसके पीछे एक कथा प्रचलित है, जिसके कारण राधा रानी का नाम श्री कृष्ण से पहले लिया जाता है। यह कथा दुर्वासा ऋषि से संबंधित है। ऐसे में इस कथा के बारे में पता होना जरूरी है।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि श्री कृष्ण से पहले राधा रानी का नाम क्यों लिया जाता है और इसके पीछे कौन सी कथा प्रचलित है।
बता दें कि एक बार श्री कृष्ण बेहद ही बीमार हो गए। उस समय दुर्वासा ऋषि उनके दर्शन करने के लिए आए। जब दुर्वासा ऋषि ने श्री कृष्ण को बीमार देखा तो उन्हें बेहद दुख हुआ। लेकिन बीमारी में श्री कृष्ण राधा नाम पुकार रहे थे। ऐसे में ऋषि बेहद आश्चर्यचकित हुए। तब दुर्वासा ऋषि ने पूछा कि यह राधा कौन हैं और आप इनका नाम क्यों पुकार रहे हैं। श्री कृष्ण बोले कि राधा से ज्यादा प्रेम मुझ से कोई भी नहीं करता है। इस बात को सुनकर ऋषि को बड़ा अजीब लगा। तब उन्होंने एक परीक्षा लेनी चाहिए। दुर्वासा ऋषि ने नंद और यशोदा से कहा कि जो भी कान्हा के सगे संबंधी हैं उन्हें और उनके मित्र व जानने वालों को इकट्ठा करें।
जो भी कृष्ण से प्रेम करता है उसे कुएं से मटकी भर के यहां तक लानी होगी। तब दुर्वासा ऋषि ने सभी के सामने टूटी मटकी रख दी। सब टूटी मटकी को देखकर पीछे हट गए लेकिन राधा रानी टूटी मटकी को उठाकर उसमें जल भरकर ले आईं। इससे दुर्वासा ऋषि को राधा रानी के प्रेम का आभास हुआ। श्री कृष्ण ने राधा रानी को यह वरदान दिया कि तुम्हारा नाम मुझसे पहले लिया जाएगा।