कर्म के पीछे भावना का बड़ा महत्व है :क्या है जाने यहाँ
"डॉ. पदमचंद्र "
जैन संत डॉ. पदमचंद्र महाराज ने कहा, कि कर्म के पीछे भावना का बड़ा महत्व है। क्रिया समान हो सकती है, मगर भावना में अंतर होता है। उन्होंने कहा, कि कलेजे को चीरने वाले दो व्यक्ति होते हैं, एक प्राणदाता और दूसरा प्राण संहारक।…
Read More...
Read More...