शिव भजन
भगवान शिव को सनातन संस्कृति देवों के देव महादेव कहा जाता है. इसके अलावा हिंदू धर्म को मानने वाले उन्हें भगवान शंकर भी कहते हैं. उनके महेश, रुद्र, गंगाधर, भोलेनाथ, गिरीश जैसे कई नाम हैं. तंत्र साधना करने वाले भगवान शंकर को भैरव भी कहते हैं. भगवान शंकर को सौम्य और रौद्र दोनों रूपों में पूजा जाता है.भगवान शिव के पहले शिष्यों की जानकारी पुराणों में मिलती है. पुराणों के मुताबिक, भगवान शिव के सबसे पहले शिष्यों में सप्तऋषियों की गिनती होती है. मान्यता है कि सप्तऋषियों ने भगवान शिव के ज्ञान का प्रचार धरती पर किया था. भगवान शिव सुर और असुर दोनों को समान दृष्टि से देखते हैं. इसलिए कथा-कहानयिों में कई राक्षसों के उनकी कठिन तपस्या करने की जानकारियां मिलती हैं. भगवान शिव के कई अनन्य भक्तों में एक लंकाधिपति रावण भी हुए. कई राक्षसों ने उन्हें अपने तप से प्रसन्न कर मनचाहा वरदान पाया.