मीरा बाई भजन: ऐ री मैं तो प्रेम दिवानी

0 12

मीरा बाई खुद को कृष्ण के प्रेम में इस कदर भूला चुकी थीं कि उन्हें कुछ होश नहीं था। लेकिन उन्होंने सब त्याग कर भी सब कुछ पा लिया था, उन्हें कृष्ण दीवानी कहा जाने लगा था। कहा जाता है कि प्रेम में पड़े व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी सफलता यही है कि उसे उसके प्रेमी के नाम से जाना जाए।

मीरा बाई के प्रेम को जानकर समझ आता है कि हम प्यार के वास्तविक अर्थ से पूरी तरह अनजान हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि शायद हम में से बहुत से लोगों ने अपने पार्टनर से आई लव यू बोलकर भी कभी प्यार नहीं किया। लेकिन सुधार और शुरुआत के लिए हर वक्त सही होता है। ऐसे में आज हम आपको सच्चे प्रेम से जुड़ी ऐसी बातों को बता रहे हैं, जिससे मीरा की तरह आप भी अपने प्रेम को अमर बना सकते हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.