भगवान राम जी को भगवान विष्णु के 10 अवतारों में 7वां अवतार माना जाता है। भगवान राम जी ने ऐसे अनेक काम किए हैं जिनके कार्यों की सराहना आज भी की जाती है। भगवान राम ने अपना पूरा जीवन एक मर्यादा में रहकर व्यतीत किया है।इस धार्मिक ग्रंथ में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है और माता सीता की पवित्रता का जिक्र किया गया है।